मेरे गोविंद ने
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव, मानव से करेगा प्यार, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव, मानव का करेगा सत्कार, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव चलेगा धर्म की राह पर, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव, संस्कारों का करेगा विस्तार, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव, संस्कृति का करेगा प्रचार, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव कहलायेगा दया का सागर, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव, सत्य का करेगा विस्तार, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव चलेगा इंसानियत की राह पर, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव चलेगा मोक्ष की राह, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मानव करेगा खुद का उद्धार, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर
मेरे गोविंद ने बनाई दुनिया, ये सोचकर