Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Oct 2022 · 2 min read

मेरी सलाह

हास्य
मेरी सलाह
*************
बड़े ओवैसी का अभी अभी
हैदराबाद से फोन आया
बड़े सम्मान से फरमाया
हम इतने शरीफ हैं कि
नवाज शहनवाज भी हमारी शराफत से शरमाते हैं
पर जाने क्या खुन्नस है हमारे देश के होनहार कवियों की
कि सब मिल कर ही हम दोनों भाइयों के पीछे पड़े हैं?
अरे भाई हम भी इस आजाद भारत के
आजाद नागरिक ही तो हैं
आप अल्लाह नहीं बोलते तो हम तो कुछ नहीं कहते
आपजय श्री राम कहते हो तो भी
हम औकब, कहां से एतराज करते है
आप क्या बोलो या बोलोगे हमने कभी कुछ कहा क्या?
फिर हम वंदेमातरम नहीं बोलते
तो आप इतनी खिंचाई क्यों करते हैं?
अरे भाई मैं भी तो राजनीति करता हूँ
अनाड़ी राजनीतिज्ञ तो नहीं हूँ
मेरी भी राजनीति की दुकान है
थोड़ी बहुत तो चलने दो
क्यों मेरी दुकान का शटर गिराना चाहते हो
ऐसा करके मुझसे नहीं
मोदी जी से कौन सी दुश्मनी निकालना चाहते हो।
मोदी के राज में वंदेमातरम् नहीं बोलूंगा
जो भी कर सकते हो कर लो
जब तक मोदीजी पी.एम. हैं
थोड़ा तो हमें भौंक लेने दो
यदि आप सब सिर्फ यही चाहते है
कि ओवैसी बंधु वंदेमातरम बोलें
तोअब और देर न कीजिए
हमसे वंदेमातरम् बोलवाना है तो
मेरी छोटी सी सलाह पर अमल करवा दो
बस योगी जी को पी एम बनवा दो
अमित शाह को गृहमंत्री पद से हटवाकर दो
फिर से भाजपा का अध्यक्ष बनना दो।
हेमंत विश्व शर्मा असम से बुलाकर गृह मंत्री बनवा दो
भोलेभाले पुष्कर धामी को कानून मंत्री बनवा दो
सच मानो औवैसी क्या उसके बाप दादा ही नही
उसके पुरखे भी कब्र से भी वंदेमातरम् बोलेने लगेंगे
हमारी आने वाली नस्लें भी
जन्म के साथ ही वंदेमातरम बोलने लगेंगीश
तब तक आप सब सिर्फ नमो नमो रटते रहिए
योगी जी के पी एम बनने के तक
मेरी तरह आप भी तने रहिए
हम भी वंदेमातरम् तो बोलेंगे ही
बस योगी जी को दिल्ली आने तो दीजिए।
मोदी जी भी तो यही चाहते हैं भाइयों
शायद तुम सबको पता नहीं ये मोदी जी का ही प्लान
हम दोनों की युगलबंदी राजनीति में छिपा गहरा राज है
बस मेरा निवेदन स्वीकार कीजिए
कम से मोदी जी और मेरी शानदार युगलबंदी की जड़ो में
मट्ठा डालकर भाजपा और हम दोनों का प्लान तो फेल न कीजिए
यदि वास्तव में आप सब चाहते हैं कि
कांग्रेस मुक्त भारतऔरदेशभर में
सिर्फ भाजपा का शासन हो
अपना भारत हिंदू राष्ट्रघोषित हो सके
तो जैसा अमित शाह मोदी जीऔर हम चाहते हैं
वैसा ही चलते रहने दीजिए
मोदी शाह की जोड़ी के साथ इस ओबैसी पर इतना भरोसा तो रखिए।
बस गालियां मत दीजिए
हम तीनों जैसा चाह रहे हैं
साथ रहकर हमारा हाथ मजबूत कीजिए
राष्ट्र की उन्नति की राह में कांटे न बिखेरिए।
हम दोनों बंधंओं को जितना चाहे कोसते रहिए
बस!राष्ट्र हित में मेरी सलाह पर अमल करते रहिए।
मोदी विरोध की मेरी बेमुरव्वत राजनीति को
बस!जिंदा रहने दीजिए।
अपने प्यारे भारत पर इतना एहसान कीजिए।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा, उ.प्र.
8115285921
©मौलिक,स्वरचित

1 Like · 128 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
होली मुबारक
होली मुबारक
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
******* मनसीरत दोहावली-1 *********
******* मनसीरत दोहावली-1 *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दूर दूर तक
दूर दूर तक
हिमांशु Kulshrestha
मेरे प्रभु राम आए हैं
मेरे प्रभु राम आए हैं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
प्रणय
प्रणय
*प्रणय*
"कर्म में कोई कोताही ना करें"
Ajit Kumar "Karn"
Vishva prakash mehra
Vishva prakash mehra
Vishva prakash Mehra
तुझको मैंने दिल में छुपा रक्खा है ऐसे ,
तुझको मैंने दिल में छुपा रक्खा है ऐसे ,
Phool gufran
क्यूँ जुल्फों के बादलों को लहरा के चल रही हो,
क्यूँ जुल्फों के बादलों को लहरा के चल रही हो,
Ravi Betulwala
फितरत दुनिया की...
फितरत दुनिया की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
3) “प्यार भरा ख़त”
3) “प्यार भरा ख़त”
Sapna Arora
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
उम्रें गुज़र गयी है।
उम्रें गुज़र गयी है।
Taj Mohammad
क्या खूब
क्या खूब
Dr fauzia Naseem shad
*Perils of Poverty and a Girl child*
*Perils of Poverty and a Girl child*
Poonam Matia
শিবকে নিয়ে লেখা গান
শিবকে নিয়ে লেখা গান
Arghyadeep Chakraborty
आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
"रिश्ते की बुनियाद"
Dr. Kishan tandon kranti
मुझे ढूंढते ढूंढते थक गई है तन्हाइयां मेरी,
मुझे ढूंढते ढूंढते थक गई है तन्हाइयां मेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोस्तो जिंदगी में कभी कभी ऐसी परिस्थिति आती है, आप चाहे लाख
दोस्तो जिंदगी में कभी कभी ऐसी परिस्थिति आती है, आप चाहे लाख
Sunil Maheshwari
विनती मेरी माँ
विनती मेरी माँ
Basant Bhagawan Roy
आजकल / (नवगीत)
आजकल / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
नए साल का सपना
नए साल का सपना
Lovi Mishra
शाम के ढलते
शाम के ढलते
manjula chauhan
अधीर होते हो
अधीर होते हो
surenderpal vaidya
हमारी सोच
हमारी सोच
Neeraj Agarwal
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
4237.💐 *पूर्णिका* 💐
4237.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...