मेरी प्यारी हिंदी
मेरी प्यारी हिंदी
एक लड़ी के रत्न सी, है वर्णों की माला ।
स्वर सरगम सुर साधते, व्यंजन है मधुशाला।।
✍️-रेखा “कुमुद”
मेरी प्यारी हिंदी
एक लड़ी के रत्न सी, है वर्णों की माला ।
स्वर सरगम सुर साधते, व्यंजन है मधुशाला।।
✍️-रेखा “कुमुद”