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20 Aug 2023 · 1 min read

मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।

मेरी नज़रों में इंतिख़ाब है तू।
मैं तेरा और मेरा जवाब है तू।
दिल का हर ख्वाब है तु ही ‘नीलम’
करम -ए- यार बे- हिसाब है तू।
नीलम शर्मा ✍️
इंतिख़ाब-श्रेष्ठ, चुनिंदा

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