मेरी जान मेरी जिन्दगी
मेरी जान मेरी जिन्दगी
बस तु ही है
तु ही है
तु ही है
तु-ही-है
लोग कहते ये सब बाते
यू ही है
मेरा दिल मेरी जान
बस तु ही है
तु ही है
तु ही है
तु-ही-है
शोचता मैं रहता हूँ
तुझे कितना मैं चाहता हूँ
तेरी समझ मे ना आये
क्यो तुझे मैं इतना चाहता हूँ
मेरी जान मेरी जिन्दगी
मेरा इमान मेरी बन्दगी
तु ही है
तु ही है
तु-ही-है…
कभी तुझे अपने करीब
दूर मे पाता हूँ
ये महौब्बत है या
कुछ और
मैं समझ नही पाता हूँ
ना कोई और तेरे शिवा
जिसे मैं चाहता हूँ
मेरी जिन्दगी मेरी जान
बस तु ही है
मेरा दीन मेरा इमान
बस तु ही है
तु ही है
तु ही है
तु-ही-है…
Swami ganganiya