मेरी चाहत
तेरी आंख का इशारा हुआ।
मेरा दिल ये बेचारा हुआ।।
वंदगी से अब मुझे है क्या।
अब तू ही मेरा खुदा हुआ।।
तेरी जुस्तजू में दिन ब दिन।
मेरा दिल ये दीवाना हुआ।।
बुझा हुआ था ये दिल मेरा।
तेरे प्यार में ये सितारा हुआ।।
तेरे होंठ हैं या है मयकदे।
मेरी प्यास का गुजारा हुआ।।
मुझे जिंदगी की तलाश है।
मुझे मौत से अब गिला हुआ।।
मुझे हक है ये तुझपे मानले।
मुझे कुछ और ना गवारा हुआ।।
उमेश मेहरा
गाडरवारा (एम पी)