मेरी गर फ़िक्र है तुमको
मेरी गर फ़िक्र है तुमको, मुझे खुद से बचालो तो..!
मुमकिन यह नही गर तो, मुझे दिल से लगालो तो..!
बड़ी बेचैन है धड़कन, बड़ा बेचैन है दिल भी,
कभी आकर मेरे दिल को, ज़रा तुम भी संभालो तो..!
घूस लाखों की अरबों की, चाहें मेरी जान लेलेना,
फॉर्म जब रिक्तियों के तुम, कभी दिल के निकालो तो..!
तेरी चाहत का भूखा हूँ, तेरे मैं प्यार का प्यसा,
प्यार गर दे नही सकते, मुझे तुम मार डालो तो..!
मैं जाँ भी वार दूँ तुमपर, जहाँ भी वार दूँ तुमपर,
यकीं न हो अगर मुझपर, मुझे तुम आजमालो तो..!
मेरी गर फ़िक्र है तुमको, मुझे खुद से बचालो तो..!
✍️Narya