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31 Aug 2021 · 1 min read

मेरी कान्हा मेरी सरकार हो तुम

मेरी कान्हा मेरी सरकार हो तुम

मेरे दिल में बसते हो मेरे प्रभु तुम

मेरी कान्हा मेरी सरकार हो तुम

दिशा ज्ञान दे रहे हो मुझको मेरे प्रभु

मेरे जीवन का प्रभु , विस्तार हो तुम

सत्कर्म की राह पर ले चलो मेरे प्रभु

मेरे हर एक कर्म में प्रभु , साझेदार हो तुम

विचारों को मेरे पावन कर रहे हो प्रभु

मेरे भाग्य का प्रभु , विस्तार हो तुम

मेरी कलम को सहारा दिया तुमने प्रभु

रोशन मेरी राहों का , आधार हो तुम

भक्ति की राह पर ले चलिए प्रभु मेरे

मेरी श्रद्धा और मेरा विश्वास हो तुम

मुसीबतों के दौर में तुम साथ थे मेरे

बीच मझधार में प्रभु , पतवार हो तुम

मार्ग मोक्ष का दिखा दिया तुमने प्रभु

मेरे सबसे अच्छे , खेवनहार हो तुम

मेरे दिल में बसते हो मेरे प्रभु तुम

मेरी कान्हा मेरी सरकार हो तुम

दिशा ज्ञान दे रहे हो मुझको मेरे प्रभु

मेरे जीवन का प्रभु , विस्तार हो तुम

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 2 Comments · 302 Views
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Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
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