Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2023 · 3 min read

मेरी कहानी जिसके किरदार में सिर्फ तुम

दुनिया में हर इंसान की एक कहानी होती है.जिनके किरदार में सिर्फ एक या इससे ज्यादा लोग शामिल होते हैं। इसी तरह मेरी भी एक कहानी है जिसके किरदार में सिर्फ तुम हो.. यानी जब मैं कहता हूँ “सिर्फ़ तुम” तो इनसे हमारी दुनिया पूरी तरह से सिमट सी जाती है। ये एक ऐसी दुनिया हो जाती है जिसमें मैं तुम्हारे साथ होना चाहता हूँ। ये दुनिया कुछ ऐसा होता है जिसमें एक खुशनुमा जिंदगी की बु आती है। जिसकी ख्वाहिश दुनिया के बेसतर लोगों को होती है। ऐसा जब मैं कह रहा हूं की “सिर्फ़ तुम” तो इनसे तुम दूसरों पर पूरी तरह हावी हो जाती हो.हमें लगता है शायद ऐसा नहीं कहना चाहिए दरसल सच तो ये है कि मैं तुम्हारे सिवा किसी के बारे में सोचना ही नही चाहता हूँ। लेकिन कितना अजीब हैं ना कि आज तक मैं तुम्हें ये भी नहीं बता सका हूँ कि हमारे ख्यालों में तुम्हारे सिवा किसी के लिए कोई भी जगह नहीं है. और इनसे भी अजीब सी बात ये है कि हमें लगता है मैं तुम्हें कभी बता भी नहीं पाऊँगा तुम मेरे लिए किया अहमियत रखती हो। मैं तुम्हें कितना चाहता हूँ। सच तो ये है कि जिंदगी में तेरे साथ सफर का साथ सिर्फ ख़्यालों तक ही रह जाने वाला है।

मैं कभी-कभी सोचता हूँ कि तुम्हें कह देना चाहिए कि मैं तुमसे बेहद प्यार करता हूँ। लेकिन ना जाने क्यों मैं ऐसा करने से डरता हूँ। जब मैं इसके पीछे के कारण को ढूंढता हूँ तो कुछ भी नहीं मिलता है. सिवाए तुमको नहीं बताने के जिसमें वो कारण दिख जाते हैं आखिर क्यों नहीं बताना चाहिए। अक्सर ये मलाल होता है और पूरी जिन्दगी के लिए रहने वाला है कि ना मैं तुम्हें कह सका और ना ही तुम हमें समझ सके। मैं जब दूसरे साथियों को अपने जगह पर रखकर देखता हूँ.तो बड़ा अजीब सा लगता है कितना आसान है उनके लिए किसी से बता पाना कि मैं तुम्हें पसंद करता हूँ। जिसमें मैंने ज्यादातर को सफल होते हुए देखा है। जबकि मैं ऐसा चाहकर भी नहीं कर पा रहा हूँ। काश मैं ऐसा दूसरे साथियों जैसा ही कर पाता।

मैं ये अक्सर सोचता हूँ कितने खुशनसीब होंगे वो इंसान जिसके जिंदगी में तुम जाने वाली हो। जो तुम्हारा हमसफ़र होने वाला है। वही जब अपने बारे में सोचना शुरू करता हूँ तो खुद को बदनसीब पाता हूँ। जो पूरी जिंदगी में एक मलाल सा रह जायेगा काश तुम सिर्फ़ हमारे ख़यालों के दुनिया के लिए नहीं होती तो कितना अच्छा होता। हमारी दुनिया भी शायद उस खुशनसीब इंसान के तरह हो जाती जहां मोहब्बत,समझ और अपनापन होता है। जिससे जिंदगी पूरी तरह से खुशगवार हो जाती है। जहां नोकझोंक में भी प्यार होता और सबसे बड़ी बात उसके बाद मनाने और मानने का एक दौर भी होता है। हमें लगता है शायद इसे ही जिंदगी जीना कहते हैं। जिसमें सुख – दुःख झेलने की साझा जिम्मेदारी दिखती है। जहां रिश्ते में एक बॉन्डिंग का भरपूर एहसास होता है. कहीं इनसे ज्यादा इनको बरकरार रखने के दोनों के बीच समर्पण का भाव होता है। ये किसी एक तरफ से नहीं बल्कि दोनों तरफ से होता है। जो असल में जिंदगी क्या है? उसके सही मायनों में उनके अर्थों को बता जाते हैं।

जिंदगी के समर शेष में “सिर्फ़ तुम” रहोगी। ये बात अलग है कि ये दुनिया हमारे लिए सिर्फ खयालों तक ही सीमित रह जाने वाला है। काश कोई ऐसी तरकीब मिल जाती जिनसे तुम हमारे दिलों के हाल को समझ पाते। या कोई ऐसा नुस्खा दे जाता जिनसे मैं तुम्हें अपने दिल की बात कह पाता। जिनसे की जिंदगी को एक बेहतर सार्थक रूप से जिया जा सकता था। जिंदगी की समर शेष में सबसे बड़ा मलाल तुमको ना पाने का ही रहेगा।

काश तुम सिर्फ हमारे ख़्यालों की दुनिया के लिए नहीं होती।

Language: Hindi
184 Views

You may also like these posts

आसाराम बापू पर एक कविता / मुसाफ़िर बैठा
आसाराम बापू पर एक कविता / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
2860.*पूर्णिका*
2860.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
सभ्यता
सभ्यता
Rambali Mishra
"तुम कब तक मुझे चाहोगे"
Ajit Kumar "Karn"
शिक्षक श्री कृष्ण
शिक्षक श्री कृष्ण
Om Prakash Nautiyal
दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
seema sharma
मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ
मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ
Sukeshini Budhawne
" तोहफा "
Dr. Kishan tandon kranti
व्यथा हमारी दब जाती हैं, राजनीति के वारों
व्यथा हमारी दब जाती हैं, राजनीति के वारों
Er.Navaneet R Shandily
दुनिया में फकीरों को
दुनिया में फकीरों को
Manoj Shrivastava
कैलाश मानसरोवर यात्रा (पुस्तक समीक्षा)
कैलाश मानसरोवर यात्रा (पुस्तक समीक्षा)
Ravi Prakash
फ़िक्र
फ़िक्र
Shyam Sundar Subramanian
हाय रे गर्मी
हाय रे गर्मी
अनिल "आदर्श"
I9BET là nhà cái cá cược trực tuyến đình đám trên thị trường
I9BET là nhà cái cá cược trực tuyến đình đám trên thị trường
I9BET
Bye bye 2023
Bye bye 2023
Deepali Kalra
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
कृष्णकांत गुर्जर
My Guardian Angel!
My Guardian Angel!
R. H. SRIDEVI
"चलो जी लें आज"
Radha Iyer Rads/राधा अय्यर 'कस्तूरी'
Dard-e-madhushala
Dard-e-madhushala
Tushar Jagawat
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
Abhishek Soni
जलधर
जलधर
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
..
..
*प्रणय*
वनमाली
वनमाली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*तजुर्बा*
*तजुर्बा*
Pallavi Mishra
दोहा त्रयी. . . . शीत
दोहा त्रयी. . . . शीत
sushil sarna
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
तू मेरे इश्क की किताब का पहला पन्ना
Shweta Soni
याद रक्खा नहीं भुलाया है
याद रक्खा नहीं भुलाया है
Dr fauzia Naseem shad
गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था।
गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था।
सत्य कुमार प्रेमी
सोना मना है
सोना मना है
Shekhar Chandra Mitra
Loading...