मेरी कहानी?? (भाग 2)
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मैं बहुत ही ज्यादा उत्सुक थी? घर से बाहर जाकर पढ़ने के लिए??, उस नए जगह को देखने के लिए?? नए दोस्तों से मिलने के लिए?? और सबसे बड़ी बात इंजीनियरिंग को समझने के लिए☠️☠️।
लेकिन मुझें इस बात का बिल्कुल भी अहसास नहीं था कि मेरा यह सपना पूरा हो पायेगा, क्या घर वालें सुनेंगे मेरी बात? ??
और यहीं सोचते सोचते आँख लग गयी,अगली सुबह पापा ने कहा अगर तुमने एंट्रेंस क्लियर किया तो ही तुम कर पाओगी इंजीनियरिंग हमारे पास इतना पैसा नही है की प्राइवेट कॉलेज से पढ़ायेंगे।??
लेकिन माँ मेरी इस बात से बहुत नाराज थी?, क्यों कि वो कभी नही चाहती थी कि मैं घर से बाहर जाकर पढ़ायी करु??।
पापा की बातों से मेरे सपनों को एक पंख मिल गया था जैसे !!??
फिर क्या था , लग गयी मैं दिन रात अपने सपनों को पूरा करने में।?
और फिर एक दिन………??
आगे की कहानी भाग 3 में?????