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19 Jun 2024 · 1 min read

मेरी कलम से…

मेरी कलम से…
आनन्द कुमार

वह दिल जोड़े या तोड़े, उस बिन प्रीत कैसे लगाऊँ।
जिसको मूरत मान लिया, उसको कैसे ठुकराऊँ ।।

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