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5 May 2024 · 1 min read

मेरी कलम से बिखरी स्याही कभी गुनगुनाएंगे,

मेरी कलम से बिखरी स्याही कभी गुनगुनाएंगे,
तुम देखना, मेरे बाद ये तुमको एक दिन याद आएंगे!!

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