मेरा हाल कैसे किसी को बताउगा, हर महीने रोटी घर बदल बदल कर खा
मेरा हाल कैसे किसी को बताउगा, हर महीने रोटी घर बदल बदल कर खाऊगा
कुछ वृद्ध का एक पुत्र वह भी हुआ जवान, अब उनकी लाठी ही उनकी संतान
बुजुर्ग कुछ बहुत धनवान, विदेश में उनकी संतान सोच सोच कर परेशांन
बच्चे बुढे होते एक समान नहीं करे उनका अपमान, हम सब उनकी ही संतान
अनिल चौबिसा
9829246588