मेरा सफर
तूफानों के डर से भी कभी नहीं थमेगा,
सफर मेरा किसी हाल मे नहीं रुकेगा।
गिर भी गया तो खुद को सम्भाल लेगा,
सर मेरा अब किसी के आगे नहीं झुकेगा ।
तूफानों के डर से भी कभी नहीं थमेगा,
सफर मेरा किसी हाल मे नहीं रुकेगा।
गिर भी गया तो खुद को सम्भाल लेगा,
सर मेरा अब किसी के आगे नहीं झुकेगा ।