मेरा वजूद
उड़ते हुए बादल का टुकड़ा हूँ मै
दायरा कम है तो क्या हुआ
वजूद मेरा तगरा है
कहाँ बरसना है मुझे
इसका फैसला मेरा है।
~अनामिका
उड़ते हुए बादल का टुकड़ा हूँ मै
दायरा कम है तो क्या हुआ
वजूद मेरा तगरा है
कहाँ बरसना है मुझे
इसका फैसला मेरा है।
~अनामिका