मेरा भारत
ज़रखेज़ मिट्टी, महकते गुलों का ठिकाना है भारत ।
बिखरे वफ़ा के रंग जहाँ ,..वो आशियाना है भारत ।।
लगाकर गले………… दुश्मन को भी संवारा हमने ।
अम्नपसंद है बस….. मुहब्बत का दीवाना है भारत ।।
©डॉ वासिफ़ काज़ी , इंदौर
©काज़ी की कलम
ज़रखेज़ मिट्टी, महकते गुलों का ठिकाना है भारत ।
बिखरे वफ़ा के रंग जहाँ ,..वो आशियाना है भारत ।।
लगाकर गले………… दुश्मन को भी संवारा हमने ।
अम्नपसंद है बस….. मुहब्बत का दीवाना है भारत ।।
©डॉ वासिफ़ काज़ी , इंदौर
©काज़ी की कलम