मेरा भारत
मेरा भारत
अनेक भाषाभाषी
रहते यहां।
पालते धर्म
बिना भेदभाव के
करते कर्म।
हवा सबकी
आसमान सबका
जमीं सबकी।
झंडा उठाओ
‘जय भारत माता’
नारे लगाओ।
करो न शक
हैं सब देशभक्त
नहीं संदेह।
करो प्रयास
दल दल दलों का
हो जाये साफ।
साफ कर दो
कूड़ा राजनीति का
अभियान से।
साकार करो
सपना भारत का
हो विश्वगुरु।
जयन्ती प्रसाद शर्मा