मेरा दामन छोड़ दे … ए तकदीर !
हमेश मुझे सताने आ जाती है,
कभी किसी और को भी आजमा ले।
जमाने में भरे हुए हैं बहुत गुरुर के मारे,
ऐ तकदीर! जरा उनकी भी खबर ले ले।
हमेश मुझे सताने आ जाती है,
कभी किसी और को भी आजमा ले।
जमाने में भरे हुए हैं बहुत गुरुर के मारे,
ऐ तकदीर! जरा उनकी भी खबर ले ले।