मेरा गांव
मेरा गांव
कितनी बातें, कितनी यादें, सोच सोच के आंखें नम हो गई,
बूढ़ा बरगद पेड़ वहीं है, गांव वहीं, बस मैं कहां खो गया
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
मेरा गांव
कितनी बातें, कितनी यादें, सोच सोच के आंखें नम हो गई,
बूढ़ा बरगद पेड़ वहीं है, गांव वहीं, बस मैं कहां खो गया
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”