Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jun 2024 · 1 min read

मेघा आओ

मेधा आओ मेधा आओ
रिमझिम रिमझिम जल बरसाओ

प्यासी प्यासी है ये धरती
मेघ बरसकर प्यास बुझाओ

व्याकुल है सब पेड़ लताएं
हरा भरा फिर इन्हें बनाओ

ताल तलैया नदिया सूखी
इनमें अपना जल भर जाओ

गर्मी अब तो सही न जाए
जल बरसाकर ताप घटाओ

नजरें टिकी हुई हैं नभ पर
काले मेघा अब तो छाओ

कृषक ‘अर्चना’ डरे हुए हैं
इनको कुछ तो आस बंधाओ

डॉ अर्चना गुप्ता
20.06.2024

Language: Hindi
95 Views
Books from Dr Archana Gupta
View all

You may also like these posts

वसंत
वसंत
Madhavi Srivastava
कमबख्त मोहब्बत..
कमबख्त मोहब्बत..
हिमांशु Kulshrestha
अर्थ  उपार्जन के लिए,
अर्थ उपार्जन के लिए,
sushil sarna
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.
Mahender Singh
मन की खुशी
मन की खुशी
कार्तिक नितिन शर्मा
तरक्की के आयाम
तरक्की के आयाम
Nitin Kulkarni
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
Ranjeet kumar patre
*श्री विष्णु प्रभाकर जी के कर - कमलों द्वारा मेरी पुस्तक
*श्री विष्णु प्रभाकर जी के कर - कमलों द्वारा मेरी पुस्तक "रामपुर के रत्न" का लोकार्पण*
Ravi Prakash
इंसान को पहले इंसान बनाएं
इंसान को पहले इंसान बनाएं
Jyoti Roshni
पहचान
पहचान
Shweta Soni
गुरुकुल
गुरुकुल
Dr. Vaishali Verma
अहंकार
अहंकार
Khajan Singh Nain
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ
प्रश्न मुझसे किसलिए?
प्रश्न मुझसे किसलिए?
Abhishek Soni
लोई-कम्बल
लोई-कम्बल
*प्रणय*
स्वप्न
स्वप्न
NAVNEET SINGH
मैं बंजर हूं
मैं बंजर हूं
लक्की सिंह चौहान
*
*"मुस्कराने की वजह सिर्फ तुम्हीं हो"*
Shashi kala vyas
साथियों जीत का समंदर,
साथियों जीत का समंदर,
Sunil Maheshwari
सफ़र जिंदगी के.....!
सफ़र जिंदगी के.....!
VEDANTA PATEL
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
Harminder Kaur
कौन कहता है कि आसमां झुकता नहीं है
कौन कहता है कि आसमां झुकता नहीं है
VINOD CHAUHAN
न रोको तुम किसी को भी....
न रोको तुम किसी को भी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीत
जीत
Ahtesham Ahmad
" शक "
Dr. Kishan tandon kranti
दोहे
दोहे
Rambali Mishra
4619.*पूर्णिका*
4619.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दीवारें....., सिर्फ घरों में नहीं होती
दीवारें....., सिर्फ घरों में नहीं होती
Priya Maithil
घोर घोर घनघोर घटा की, प्रेम कहानी।
घोर घोर घनघोर घटा की, प्रेम कहानी।
Suryakant Dwivedi
मोहब्बत का हुनर
मोहब्बत का हुनर
Phool gufran
Loading...