Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Aug 2018 · 1 min read

मृत्यु

अटल सत्य जीवन मरण , कोई सका न रोक।
जो आया जाना उसे, उचित नहीं है शोक।।१

जन्म हर्ष देता सदा, मृत्यु भयानक पीर।
काल चक्र निर्मम बड़ा, जड़ जंगम दे चीर।।२

काल चक्र चलता रहा, निर्विध्न निर्विकार।
मृत्यु बिना आहट किये, आ जाता है द्वार।। ३

जीवन के सौन्दर्य का , करता मृत्यु निखार।
जान सका जिससे मनुज , क्या होता है प्यार।।४

मृत्यु जन्म से यूँ बँधी, जैसे अटूट डोर।
एक ओर है जिन्दगी, मृत्यु दूसरी छोर।।५

हे प्रभु अब बंद कर दे, जन्म मृत्यु का खेल।
ऐसे अंधे कूप में, अब तो नहीं ढकेल।।६

सहते सहते थक चुकी, इस जीवन का डंक।
हे मृत्यु पुकारूँ तुझे, भर लो अपने अंक।।७

जब तक तन में साँस है, जीवन की है आस ।
सोच मृत्यु को क्यों डरूँ, क्यों मैं रहूँ उदास।।८

मृत्यु तुल्य मन देख कर, मत करना विश्वास।
मन चंचल होता सदा, जब तक तन में साँस।।९

कर्मों के आधार पर, दुनिया करती याद।
जो दे सबको जिन्दगी , है अमर मृत्यु बाद।।१०

जीते जी मरना नहीं, यह जीवन का पथ्य ।
अजर अमर होता वही,जो समझा यह तथ्य ।।१ १

जन्म मृत्यु कुछ भी नहीं, प्रश्न चिन्ह है एक।
कठिन भेद है जानना,लगा हुआ है टेक।। १ २

सुखद एक जन्नत दिया,अजब अनोखा प्रांत।
मनुज मृत्यु की गोद में, सोता होकर शांत।। १३
-लक्ष्मी सिंह

-लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
182 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
Dr fauzia Naseem shad
राहुल की अंतरात्मा
राहुल की अंतरात्मा
Ghanshyam Poddar
माँ..
माँ..
Shweta Soni
★देव गुरु★
★देव गुरु★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
🙅लक्ष्य🙅
🙅लक्ष्य🙅
*प्रणय*
जिंदगी ना जाने कितने
जिंदगी ना जाने कितने
Ragini Kumari
तेरे जागने मे ही तेरा भला है
तेरे जागने मे ही तेरा भला है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नफरतों के जहां में मोहब्बत के फूल उगाकर तो देखो
नफरतों के जहां में मोहब्बत के फूल उगाकर तो देखो
VINOD CHAUHAN
*My Decor*
*My Decor*
Poonam Matia
"भोपालपट्टनम"
Dr. Kishan tandon kranti
फिसलती रही रेत सी यह जवानी
फिसलती रही रेत सी यह जवानी
मधुसूदन गौतम
नये साल में
नये साल में
Mahetaru madhukar
12 fail ..👇
12 fail ..👇
Shubham Pandey (S P)
"समाज विरोधी कृत्य कर रहे हैं ll
पूर्वार्थ
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
कितनी अजब गजब हैं ज़माने की हसरतें
कितनी अजब गजब हैं ज़माने की हसरतें
Dr. Alpana Suhasini
जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा
जो बरसे न जमकर, वो सावन कैसा
Suryakant Dwivedi
सत्य
सत्य
Seema Garg
"अकेडमी वाला इश्क़"
Lohit Tamta
तेरा साथ है कितना प्यारा
तेरा साथ है कितना प्यारा
Mamta Rani
बदलती दुनिया
बदलती दुनिया
साहित्य गौरव
*सुबह-सुबह अच्छा लगता है, रोजाना अखबार (गीत)*
*सुबह-सुबह अच्छा लगता है, रोजाना अखबार (गीत)*
Ravi Prakash
अज़ीज़ टुकड़ों और किश्तों में नज़र आते हैं
अज़ीज़ टुकड़ों और किश्तों में नज़र आते हैं
Atul "Krishn"
!! मुरली की चाह‌ !!
!! मुरली की चाह‌ !!
Chunnu Lal Gupta
3260.*पूर्णिका*
3260.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चंद शब्दों से नारी के विशाल अहमियत
चंद शब्दों से नारी के विशाल अहमियत
manorath maharaj
जीवन
जीवन
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
शिल्प के आदिदेव विश्वकर्मा भगवान
शिल्प के आदिदेव विश्वकर्मा भगवान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*धार्मिक परीक्षा कोर्स*
*धार्मिक परीक्षा कोर्स*
Mukesh Kumar Rishi Verma
कभी पास बैठो तो सुनावो दिल का हाल
कभी पास बैठो तो सुनावो दिल का हाल
Ranjeet kumar patre
Loading...