मुस्तफा कमाल पाशा
हर कट्टरपंथी
देश को
ज़रूरत है
एक कमाल पाशा की
जो उसे
चाबुक मार-मारकर
सोलहवीं सदी से
निकालकर
इक्कीसवीं सदी में
ले आए!
हर कट्टरपंथी
देश को
ज़रूरत है
एक कमाल पाशा की
जो उसे
चाबुक मार-मारकर
सोलहवीं सदी से
निकालकर
इक्कीसवीं सदी में
ले आए!