मुस्कुराहट
हो गमज़दा,
हो लाख नासूर चुभे तेरे दिल में,
ऐ दोस्त,
जब भी मिलना रकीबो से,
मुस्कुरा देना।
किसी के जिंदा जलने का जश्न,
इससे उम्दा न होगा।
हो गमज़दा,
हो लाख नासूर चुभे तेरे दिल में,
ऐ दोस्त,
जब भी मिलना रकीबो से,
मुस्कुरा देना।
किसी के जिंदा जलने का जश्न,
इससे उम्दा न होगा।