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4 Jul 2023 · 1 min read

शब्द

शब्दों को चाहिए
कि दिल के जीनों पर चुपचाप चले
और होठों के गलीचों में,
मुस्कुरा कर बिखर जाए।
मैने देखा है
बेरुखी के अल्फाजों को,
लंबी ख़ामोशी का शबब बनते हुए।

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