“मुस्कुराहट”
कमाल है ,क्या खूब सवारा है मुस्कुराहट को अपने ,
ज़रा सुनो ! शौक है या अंदर से टूटे हो,
गर है फसाना यूं ही जिये जाने का, तो ठीक है जनाब।।
गर बिखरे हो तो अरे रुको ! ज़रा संभाल के,
यहाँ लूटने की कतारे लंबी है।।
कमाल है ,क्या खूब सवारा है मुस्कुराहट को अपने ,
ज़रा सुनो ! शौक है या अंदर से टूटे हो,
गर है फसाना यूं ही जिये जाने का, तो ठीक है जनाब।।
गर बिखरे हो तो अरे रुको ! ज़रा संभाल के,
यहाँ लूटने की कतारे लंबी है।।