मुस्कुराना जरूरी है
मेरे इस दिल में तेरा बस जाना जरूरी है
एहसासों से दिल को मुस्कुराना जरूरी है
ना जाने कितने बरसों से पतझड़ पड़ा है
इस दिल को फिर से ,संवारना जरूरी है
श्वासों में तेरी खुश्बू, महक में बसा तू है
धड़कन में मिरे दिल को, बसाना जरूरी है
कौन निभाता तअल्लुक़ जिंदगी सारी
पर तुझे इस जिंदगी में लाना जरूरी है
सलीका नहीं दिल को बगैर तेरे जीने का
तुम हो तो तेरा, नजर आना जरूरी है
ममता रानी
झारखंड