मुस्कान
ये जो होंठो पर है मुस्कान
हर इंसान फोटो में झूठा मुस्कुरा
रहा आजकल,
ये जो होंठों पर है मुस्कान काश
के सच हो जाये।
इंस्टा, फेसबुक, व्हाट्सएप पे
हंसते दिखते जितना,
उतना असली ज़िन्दगी में भी
कहकहे हो जाएं,
जिस तरह खुशी मिल रही
कुछ पलों के लिए,
कुछ तो ऐसा हो ये किस्सा
सदा का हो जाये,
ना हो आधार इसका झूठी सी
प्रसंशा,
सच में हमारा व्यक्त्वि सबकी
पसन्द हो जाये,
कोई मिले जो दुखी मन लिए
रोता हुआ,
उसके लिए बजाए तानों के
प्यार का कमेंट हो जाये।
माना कि आभासी दुनियां में
सूकून मिल रहा,
क्या हो कोई दो पल पास
बैठ गले लगा जाए।
अपनी निजी जिंदगी को अब
खोल रहे सबके सामने,
चलो कुछ दिखे कुछ की तो
पर्दादारी हो जाये।
अपनापन ओर दोस्ती के डिलीट
होने का कोई तरीका न हो,
यकीन मोहब्बत का किसी ऐसी
जगह सेव हो जाये।
खुल के हंसे और मस्ती में हम
खिलखिलाए,
कुछ सच्चे से लम्हें जहन की
गेलरी में जमा हो जाये,
सीमा शर्मा