मुस्कान
मुक्तक छंद
प्रदत शब्द -मुस्कान
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चलो मोहन दुलारे को, सभी गोदी बिठाएंगे।
सखी प्यारे नजारे को , सभी नैनों बसाएंगे।
मधुर दो नैन कान्हा के, बड़े सुंदर कपोंलों की।
बलाएं ले सभी नर-नार मुस्काने निहारेंगे ।
भली सूरत सलोने की दिलों पर राज करती है,
कभी बातें कभी घातें हृदय पर चोट करती है।
भुलाए भूलता नहीं बुलाने पर नहीं आता,
सखी मुस्कान साजन की निरंतर याद करते हैं।
ललिता कश्यप जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश