*सुकुं का झरना*... ( 19 of 25 )
देश के वीरों की जब बात चली..
नूर ओ रंगत कुर्बान शक्ल की,
बस मुझे मेरा प्यार चाहिए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
तुम्हीं सदगुरु तारणहार
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
7) तुम्हारी रातों का जुगनू बनूँगी...