मुरधर वाळा देस मे जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ। 💓
मुरधर वाळा देस मे जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ।
जाळौरी धरती वसियौ प्यारौ जिणरौ नांव धुम्बड़ियौ।।
भाईचारा री भींतड़ी हेत प्रीत अणमाव धुम्बड़ियौ।
चतुर सुजांण अर हेताळु मिनखां रौ जमाव धुम्बड़ियौ।।
मुरधर वाळा देस मे जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ।।
सीधा मिनखं सादा वेस निरमळ ज्यांरा भाव धुम्बड़ियौ।
मुख ऊपर मुळकांण रखे नैणा नेह अमाव धुम्बड़ियौ।।
घर घर नित तैवांर होवै अेहड़ौ सदा उच्छाव धुम्बड़ियौ।
नीति न्यांव समदरसी करै नहीं अनियाव धुम्बड़ियौ।।
मुरधर वाळा देस में जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ।।
हरिया भरिया रूखां री शीतल ठाड़ी छांव धुम्बड़ियौ।
धोरां वाळी धरा री नैनकड़ी अेक कांव धुम्बड़ियौ।।
सुकडी पगलां धोवती बांडी रो बहाव धुम्बड़ियौ।
ऊंचा नीचा धोरां रे संग रेतां रो दरियाव धुम्बड़ियौ।।
मुरधर वाळा देस मे जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ।।
मेहमांणा रो मान रखै आया नै आव-भाव धुम्बड़ियौ।
घी गुड री कर मनवांरा जिमावै घण चाव धुम्बड़ियौ।।
आयौड़ा ने आदर सदा ऊंचौ देय इलकाव धुम्बड़ियौ।
नैनां मोटो अेक नजर सबळ निर्बळ समभाव धुम्बड़ियौ।।
मुरधर वाळा देस में जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ।।
रंगीला रजथांन में विरलौ हैं कुळगांव धुम्बड़ियौ।
दया धरम ओर दान अपणायत बहुपांव धुम्बड़ियौ।।
आखर मांडै अंतस रा भणै जीतू अनुभाव धुम्बड़ियौ।
अंजस हैं अणुंतौ म्हाने ईण धरां उदभाव धुम्बड़ियौ।।
मुरधर वाळा देस में जबरौ अेक गांव धुम्बड़ियौ।।
रचियताः- जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️