मुद्दा तीन तलाक का
मुद्दा तीन तलाक का,हुए वहां सब मौन !
पीडा नारी की यहाँ,समझेगा फिर कौन !!
नारी की करता नही ,इज्जत जहां समाज !
वहां सफल होती नही, पूजा और नमाज !!
मेरी अपनी क्या जरा, बदल गई पहचान !
कुछ ने आँखे फेर ली,कुछ की बंद जबान !!
रमेश शर्मा