Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2024 · 1 min read

मुझे पागल बनाना चाहती है

निगाहों से पिलाना चाहती है
मुझे पागल बनाना चाहती है।

उसी का हूँ कि मैं कुछ गैर सा हूँ
मुझे वो आज़माना चाहती है।

न सोती है न सोने देती है वो,
कई रातें जगाना चाहती है।

उसे कुछ राज़ कहना है शायद
गले मुझको लगाना चाहती है।

समझ में और कुछ आता नहीं है,
मुझे बस ये बताना चाहती है।

#बाग़ी

Language: Hindi
1 Like · 39 Views

You may also like these posts

छुप छुपकर मोहब्बत का इज़हार करते हैं,
छुप छुपकर मोहब्बत का इज़हार करते हैं,
Phool gufran
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
She -
She -
पूर्वार्थ
*अपने भारत देश को, बॉंट रहे हैं लोग (कुंडलिया )*
*अपने भारत देश को, बॉंट रहे हैं लोग (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
"ऐ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
If FEAR TO EXAMS is a Disease
If FEAR TO EXAMS is a Disease
Ankita Patel
What can you do
What can you do
VINOD CHAUHAN
डर लगता है, मां
डर लगता है, मां
Shekhar Chandra Mitra
जीवन तो सुख- दुख का संसार है
जीवन तो सुख- दुख का संसार है
goutam shaw
सुंदरता
सुंदरता
Neerja Sharma
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
Amulyaa Ratan
हमारा कोई नहीं है
हमारा कोई नहीं है
shabina. Naaz
■ सब्र और संघर्ष का सुफल।
■ सब्र और संघर्ष का सुफल।
*प्रणय*
होकर उल्लू पर सवार
होकर उल्लू पर सवार
Pratibha Pandey
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
gurudeenverma198
क्षणिका सी कविताएँ
क्षणिका सी कविताएँ
Laxmi Narayan Gupta
If you can't defeat your psyche,
If you can't defeat your psyche,
Satees Gond
चलो आज कुछ बात करते है
चलो आज कुछ बात करते है
Rituraj shivem verma
शिक्षा ही जीवन है
शिक्षा ही जीवन है
SHAMA PARVEEN
ओ गौरैया,बाल गीत
ओ गौरैया,बाल गीत
Mohan Pandey
अपवित्र मानसिकता से परे,
अपवित्र मानसिकता से परे,
शेखर सिंह
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
क्रूर
क्रूर
Rambali Mishra
मुहब्बत तो दिल की सियासत पर होती है,
मुहब्बत तो दिल की सियासत पर होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेबस कर दिया
बेबस कर दिया
Surinder blackpen
तेरा इश्क मेरे दिल की दवा है।
तेरा इश्क मेरे दिल की दवा है।
Rj Anand Prajapati
मुश्किल से मुश्किल हालातों से
मुश्किल से मुश्किल हालातों से
Vaishaligoel
सूरज मुझे जगाता, चांद मुझे सुलाता
सूरज मुझे जगाता, चांद मुझे सुलाता
Sarla Mehta
अकेली रही जिन्दगी
अकेली रही जिन्दगी
surenderpal vaidya
प्रबुद्ध कौन?
प्रबुद्ध कौन?
Sanjay ' शून्य'
Loading...