मुझे तुमसे प्यार हो गया,
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
ना जाने कब कैसे ।
अब दिल कहीं लगता नहीं मेरा,
सोते-जगते दिन-रात,
याद करता हूँ तुम्हें,
और तुम हो कि,
तुम्हें कोई फर्क ही नहीं पड़ता है जैसे ।।
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
ना जाने कब कैसे ।
अब दिल कहीं लगता नहीं मेरा,
सोते-जगते दिन-रात,
याद करता हूँ तुम्हें,
और तुम हो कि,
तुम्हें कोई फर्क ही नहीं पड़ता है जैसे ।।