मुझे उन दिनों की बेफिक्री याद है कि किसी तोप
मुझे उन दिनों की बेफिक्री याद है कि किसी तोप
को कह देते थे की जा देख लेंगे तुझे।
मुझे उन दिनों की वो सब खुशी भी याद है कि किसी दोस्त के यहां जाकर कह देते थे कि लहसुन की चटनी के साथ खाना खाना है मुझे
वह होली के दिन भांग पीकर यूं मदहोश हो जाना कि
पापा दोस्तों से पूछते थे कि अरे इसने पिया क्या है तो
हम कहते थे कि अंकल याद नहीं है मुझे