मुझे अपना बनालो
किसी ने मेरे चुराके दिल को, मुस्कुराना सिखा दिया हैं।
वो कौन हैं जो बसा हैं दिल में, दिल लगाना सिखा दिया हैं।।
किसी ने हंसके बड़े यकी से, मुझको मुझसे चुरा लिया हैं।
वो कौन हैं जो बना हैं मेरा, और मुझी को चुरा लिया हैं।।
किसी ने मेरे चुराके दिल को, मुस्कुराना सिखा दिया हैं…
किसी ने मुझको भरी नींद से, गुदगुदा के जगा दिया हैं।
वो हैं तो मेरा, मेरा बना हैं, मुझको अपना बना लिया हैं।।
किसी ने खुद को भरोसे मेरे, करके खुद को दिखा दिया हैं।
वो कौन हैं जो बिना कहे ही, खुद को मेरा बना दिया हैं।।
किसी ने मेरे चुराके दिल को, मुस्कुराना सिखा दिया हैं…
किसी के दिल की धड़कनो को, अपनी धड़कन बना रहा हूँ।
बना लो अपने हृदय का हिस्सा, बड़े प्रेम से मैं गा रहा हूँ।।
कोई तो अपना बना हैं मेरा, जिसके सपने सजा रहा हूँ।
करूं प्रेम से उसी की पूजा, उसी के दर्शन मैं पा रहा हूँ।।
किसी ने मेरे चुराके दिल को, मुस्कुराना सिखा दिया हैं…
ललकार भारद्वाज