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3 Nov 2021 · 1 min read

मुझमें ऐसी क्या थी कमी

ऐ ज़िंदगी
मेरी ज़िंदगी
थी मुझमें ऐसी
क्या कमी…
(१)
कि छोड़ गई
दिल तोड़ गई
तू लेके अब
मेरी हर ख़ुशी…
(२)
मार डाले
ना कहीं
आज मुझको
मेरी तिश्नगी…
(३)
आई थी
घर फूंकने
बनके तू
एक रोशनी…
(४)
दिल पर उसे
ले बैठा मैं
तूने तो की
बस दिल्लगी…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)

Language: Hindi
Tag: गीत
185 Views
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