मुझको कभी भी आजमाकर देख लेना
मुझको कभी भी आजमाकर देख लेना।
हो सके मुझसे दिल लगाकर देख लेना।।
एक पल भी मुझसे दूर नही रह पाओगे।
कितना भी फासला बनाकर देख लेना।।
चाहे लाख नजरे भी चुराओ मुझ से तुम।
हो सके मुझसे दिल चुराकर देख लेना।।
होश में ता उम्र नही तुम आ पाओगे।
जाम नज़रों से पिला कर देख लेना।।
अपने ही दिल में तुम हमेशा पाओगे।
अपनी नज़रों को झुकाकर देख लेना।।
फिर न तुम कोई चेहरा देख पाओगे।
आईने से मुझे मिटाकर देख लेना ।।
इतना आसान नहीं मुझको अब चुराना।
मुझ से मुझ को ही चुराकर देख लेना।।
बुझेगी न कभी प्यास इस जिंदगी की।
चाहे कितना भी बुझा कर देख लेना।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम