मुख से करते ठांय
गुंडे को पकड़न चले, मुख से करते ठांय
सो रहे दुखियों की ले, लेवें फोन चुराय
लेवें फोन चुराय, ऐसे झपैंती जीवी
खुल गया राज वहां, लगे थे सी सी टीवी
चोर पुलिस का भेद , कौन मुर्गी कौन अंडे
चूना लगाए वे, पुलिस है या है गुंडे
सदानन्द कुमार
समस्तीपुर बिहार
© Sadanand Kumar