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30 Jan 2019 · 1 min read

मुक्तक

“कुछ राज था वो जिसको छिपाकर चले गये
मुझसे वो जनाब मुझको चुराकर चले गये
आये थे दिल की प्यास बुझाने के वास्ते
इक आग सी वो और लगा कर चले गये “

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 342 Views
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