मुक्तक
दिल में दुनिया का डर तुम न लाया करो
प्यार है मुझसे गर मिलने “””””आया करो
ये ज़माना तुम्हे ———–ज़ख़्म देगा मगर
दर्द में भी सदा———– मुस्कराया करो
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)
दिल में दुनिया का डर तुम न लाया करो
प्यार है मुझसे गर मिलने “””””आया करो
ये ज़माना तुम्हे ———–ज़ख़्म देगा मगर
दर्द में भी सदा———– मुस्कराया करो
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)