मुक्तक
आप जैसा “””””” न मोतबर होगा
और कोई “””””””” न नामवर होगा
आज़ शायद ही शह्र में “प्रीतम”
आप सा कोई “”””””ज़ल्वागर होगा
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)
आप जैसा “””””” न मोतबर होगा
और कोई “””””””” न नामवर होगा
आज़ शायद ही शह्र में “प्रीतम”
आप सा कोई “”””””ज़ल्वागर होगा
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)