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3 Aug 2018 · 1 min read

‘ मुक्तक ‘

‘ उंगलियां हम पर ना हमेशा यूँ उठाया करो,
कभी खुद को आईने में समझाया करो,
बड़ी खुबसूरती से बताते हो हमारी खामियां ,
कभी अपनी गलतियों पर भी नज़र घुमाया करो ।

Language: Hindi
201 Views
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