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8 Jun 2018 · 1 min read

मुक्तक

तुम मेरी जिंदगी में बेहद बेशुमार हो!
तुम मेरे तसव्वुर में आते बार–बार हो!
मुश्किल बहुत है रोकना तेरे सूरूर को,
तुम मेरी नज़र में ठहरा हुआ खुमार हो!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
212 Views
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