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2 Jun 2018 · 1 min read

मुक्तक

लिखने में हम भी कमाल हैं,
हमारी लिखाई बेमिसाल है,
कोई पढे ना पढे हमे गम नहीं-
हम लेखक बड़े धमाल है।
…..
पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’

Language: Hindi
232 Views
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