मुक्तक
गीता में जीवन जीने की, यही रीत मिलती है,
मन न करो उदास, हार के बाद जीत मिलती है।
प्रेम में मीरा को मोहन, शवरी को राम मिलते हैं,
मन आशिक हो तो बाबा को हनी प्रीत मिलती है।।
-विपिन शर्मा
गीता में जीवन जीने की, यही रीत मिलती है,
मन न करो उदास, हार के बाद जीत मिलती है।
प्रेम में मीरा को मोहन, शवरी को राम मिलते हैं,
मन आशिक हो तो बाबा को हनी प्रीत मिलती है।।
-विपिन शर्मा