वृक्ष
आनन फानन में मैं चली गई इक कानन में
दृश्य सुन्दर, पवन संगीत बजा इन कानन में
कटते रहे यदि वृक्ष तो क्या होगा इस जीवन का
न वन्यजीवन, न वनस्पतियाँ, गहन विषय मनन में।
आनन फानन में मैं चली गई इक कानन में
दृश्य सुन्दर, पवन संगीत बजा इन कानन में
कटते रहे यदि वृक्ष तो क्या होगा इस जीवन का
न वन्यजीवन, न वनस्पतियाँ, गहन विषय मनन में।