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16 Jun 2016 · 1 min read

प्रेम धार

निराशा न घेरे कभी बार-बार
दिलासा सभी को सभी को दुलार
नमी हो दिलों में बहे ज्ञान गंग
न शिकवे गिले हों बहे प्रेम धार।

Language: Hindi
330 Views
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