मुक्तक
मेरी जिन्दगी की तस्वीर बन गये हो तुम!
मेरी मंजिलों की तकदीर बन गये हो तुम!
तूफान चल रहे हैं यादों के शामों-सहर,
दिल में चाहतों की जागीर बन गये हो तुम!
#महादेव_की_कविताऐं’
मेरी जिन्दगी की तस्वीर बन गये हो तुम!
मेरी मंजिलों की तकदीर बन गये हो तुम!
तूफान चल रहे हैं यादों के शामों-सहर,
दिल में चाहतों की जागीर बन गये हो तुम!
#महादेव_की_कविताऐं’