मुक्तक
मुक्तक
जब भी तुम्हें ये धरा, उपवन सी नजर आने लगे
जब इस धरा पर तुम्हें, जीवन नजर आने लगे l
जब तुम्हें सभी रिश्ते भाने लगें
तब समझ लेना कि तुम सकारात्मक सोच से परिपूर्ण जीवन जी रहे हो ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम
मुक्तक
जब भी तुम्हें ये धरा, उपवन सी नजर आने लगे
जब इस धरा पर तुम्हें, जीवन नजर आने लगे l
जब तुम्हें सभी रिश्ते भाने लगें
तब समझ लेना कि तुम सकारात्मक सोच से परिपूर्ण जीवन जी रहे हो ll
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम