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2 Dec 2024 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक

जब तेरी कोशिशें, तेरा साथ देने लगें
जब तेरे प्रयास, तेरे हमसफर होने लगे
जब तेरी कोशिशों को, मंजिल नसीब होने लगे
तब समझ लेना, तुम्हें सफ़ल होने से कोई रोक नहीं सकता l

अनिल कुमार गुप्ता अंजुम

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